यूँ न गिराओ अदाओ की बिजलियां हम पर।
ये दिल सदियों का टूटा है।।
तुम आज कर रही हो कोशिश मुझे लूटने की।
मुझे तो हजारो ने लूटा है।।
जो समझते थे कल तक मेरे दिल को खिलौना।
ये दिल उन्ही के हाथों से छूटा है।।
तोड़ कर भी आज तक समझ न आया उनको।
कि ये दिल उन्ही के हाथों से टूटा है।।
तुम और कहीं यह कह दो सब
तेरी बात समझ ना पाऊंगा
तेरी यादों में खुद को खोया
तुझे पाने को मर मिट जाऊंगा
सोचता हूं बदल दूं अपने जीने का तरीका
सोचता हूं बदलना तुझे पाने का तरीका
क्या पता मिल जाओ बदलने से तुम किसी मोड़ पर
हां इसीलिए तो सोच रहा हूं बदल दूं तुझे देखने का तरीका
नूर बेताब था तेरे दीदार को,
तुम अंधेरे में खुद को छिपाती रही।
तूने दिल को लगाया किसी और से था,
फिर भी आने के सपने दिखाती रही।।
मैं तो ठहरा रहा तेरे ही याद में
फिर भी तू ही मुझे आजमाती रही।
समझा था तूने मुझे गैर सा इस कदर,
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