साँस थम जाती HY पर जान नहीं जाती//
दर्द होता HY पर आवाज़ नहीं आती//
अजीब लोग HYं इस ज़माने में ऐ दोस्त//
कोई भूल नहीं पाता और किसी को याद नहीं आती।
तुम्हें ही सहना पडेगा गम जुदाई का//
मेरा क्या HY मैं तो मर जाउंगी//
मोहब्बत करने वालों का यही हश्र होता HY//
दर्द-ए-DIL❤️ होता HY// दर्द-ए-जिगर होता HY//
बंद होंठ कुछ ना कुछ गुनगुनाते ही रहते HYं//
खामोश निगाहों का भी गहरा असर होता HY।
जब सपना टूटता HY तो सिर्फ सपना ही नहीं टूटता
उसके साथ उम्मीद भी टूट जाती HY//
बीते हुए कुछ दिन ऐसे HYं//
तन्हाई जिन्हें दोहराती HY//
रो-रो के गुजरती HYं रातें//
आंखों में सहर हो जाती HY!
सोच रही हूँ कुछ ऐसा लिखू की वो//
पढ़ के रोये भी ना और रातभर सोये भी ना//
हो चुके अब तुम किसी के//
कभी मेरी ज़िंदगी थे तुम//
भूलता HY कौन मोहब्बत पहली//
मेरी तो सारी ख़ुशी थे तुम।
जिंदगी में बेशक हर मौके का फायदा उठाओ//
मगर// किसी के भरोसे का फ़ायदा नहीं//
क्या कुछ न किया HY और क्या कुछ नहीं करते//
कुछ करते HYं ऐसा ब-खुदा कुछ नहीं करते//
अपने मर्ज़-ए-गम का हकीम और कोई HY//
हम और तबीबों की दवा कुछ नहीं करते।
आज सोचा कि…. कुछ तेरे सिवा सोचूँ ..!
.अभी तक इसी सोच में हूँ कि क्या सोचूँ ..//!
एक पल में ज़िन्दगी भर की उदासी दे गया//
वो जुदा होते हुए कुछ फूल बासी दे गया//
नोच कर शाखों के तन से खुश्क पत्तों का लिबास//
ज़र्द मौसम बाँझ रुत को बे-लिबासी दे गया।
रंग तेरी यादों का उतर न पाया अब तक//
लाख बार खुद को आँसुओं से धोया हमने//
कभी कभी मोहब्बत में वादे टूट जाते HYं//
इश्क़ के कच्चे धागे टूट जाते HYं//
झूठ बोलता होगा कभी चाँद भी//
इसलिए तो रुठकर तारे टूट जाते HYं।
बडा जालिम HY साहब// DIL❤️बर मेरा//
उसे याद रहता HY// मुझे याद न करना//
कितना दर्द HY DIL❤️ में दिखाया नहीं जाता//
गंभीर HY किस्सा सुनाया नहीं जाता//
एक बार जी भर के देख लो इस चहेरे को//
क्योंकि बार-बार कफ़न उठाया नहीं जाता!
देखती रहती हूँ हाथों की लकीरों को दिन रात//
यार का दीदार कहीं लिखा हो शायद//
दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया//
खाली ही सही हाथों में जाम तो आया//
मैं हूँ #बेवफ़ा सबको बताया उसने//
यूँ ही सही// उसके लबों पे मेरा नाम तो आया।
वो कतरा-कतरा मुझे तबाह करते गये//
हम रेशा-रेशा उनपे निसार होते गए//
मेरी रातों की राहत// दिन के इत्मिनान ले जाना//
तुम्हारे काम आ जायेगा// यह सामान ले जाना//
तुम्हारे बाद क्या रखना अना से वास्ता कोई//
तुम अपने साथ मेरा उम्र भर का मान ले जाना।
खुद को माफ़ नहीं कर पाओगे//
जिस दिन जिंदगी में हमारी कमी पाओगे//
इतनी पीता हूँ कि मदहोश रहता हूँ//
सब कुछ समझता हूँ पर खामोश रहता हूँ//
जो लोग करते HYं मुझे गिराने की कोशिश//
मैं अक्सर उन्ही के साथ रहता हूँ।
तकलीफ ये नही के किस्मत ने मुझे धोखा दिया//
मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नहीं//
बर्बाद कर गए वो ज़िंदगी प्यार के नाम से//
बेवफाई ही मिली हमें सिर्फ वफ़ा के नाम से//
ज़ख़्म ही ज़ख़्म दिए उस ने दवा के नाम से//
आसमान भी रो पड़ा मेरी मोहब्बत के अंजाम से।
तोड़ दिया इन कंपनी वालो ने ख़्वाब तुझे पाने का//
कहते HY तेरा नंबर भी मेरी पहुंच से बाहर HY//
वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए!
वो खुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए!
कभी तो समझो मेरी खामोशी को!
वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जायें!
फिर किसी मोड़ पर मिल जाऊँ तो मुहँ फेर लेना तुम//
पुराना इश्क़ हूँ// फिर उभरा तो कयामत होगी//
जो नजर से गुजर जाया करते HYं//
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते HYं//
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते//
बस चुपचाप बिखर जाया करते HYं।
जिस जिस ने मोहब्बत में//
अपने महबूब को खुदा कर दिया//
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए//
उनको जुदा कर दिया//
उम्र की राह में रास्ते बदल जाते HYं//
वक़्त की आंधी में इंसान बदल जाते HYं//
सोचते HYं तुम्हें इतना याद ना करें लेकिन//
आँख बंद करते ही इरादे बदल जाते HYं।
तेरी बेरुखी ने छीन ली HY शरारतें मेरी//
और लोग समझते HYं कि मैं सुधर गया हूँ//
आज फिर तेरी याद आयी बारिश को देख कर//
DIL❤️ पे ज़ोर न रहा अपनी बेबसी को देख कर//
रोये इस कदर तेरी याद में//
कि बारिश भी थम गयी मेरी बारिश को देख कर।
कोई भी रिश्ता अधूरा नहीं होता // बस निभाने की चाहत दोनों तरफ होनी चाहिए।
बिन बताये उसने ना जाने क्यों ये दूरी कर दी//
बिछड़ के उसने मोहब्बत ही अधूरी कर दी//
मेरे मुकद्दर में ग़म आये तो क्या हुआ//
खुदा ने उसकी ख्वाहिश तो पूरी कर दी।
अगर तुम्हें पा लेते तो किस्सा इसी जन्म में खत्म हो जाता//
तुम्हे खोया HY तो// यकीनन कहानी लम्बी चलेगी//
दर्द से अब हम खेलना सीख गए//
हम बेवफाई के साथ जीना सीख गए//
क्या बताएं किस कदर DIL❤️ टूटा HY मेरा//
मौत से पहले// कफ़न ओढ़ कर सोना सीख गए।
नहीं करेंगे आज के बाद कभी मन्नते तुम्हारी//
खुदा जब राज़ी होगा तब तुम तो क्या हर चीज़ मेरी होगी//
रास्ते खुद ही तबाही के निकाले हम ने//
कर दिया DIL❤️ किसी पत्थर के हवाले हमने//
हाँ मालूम HY क्या चीज़ HYं मोहब्बत यारो//
अपना ही घर जला कर देखें HYं उजाले हमने।
काश के वो लोट आये मुझसे ये कहने//
कि तुम कोन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले//
उन गलियों से जब गुज़रे तो मंज़र अजीब था//
दर्द था मगर वो DIL❤️ के करीब था//
जिसे हम ढूँढ़ते थे अपनी हाथों की लकीरों में//
वो किसी दूसरे की किस्मत किसी और का नसीब था।
जरूरी नहीं की हर बात पर तुम मेरा कहा मानों//
दहलीज पर रख दी HY चाहत// आगे तुम जानो//
DIL❤️ में HY जो दर्द वो दर्द किसे बताएं!
हंसते हुए ये ज़ख्म किसे दिखाएँ!
कहती HY ये दुनिया हमे खुश नसीब!
मगर इस नसीब की दास्ताँ किसे बताएं!
किस दर्द को लिखते हो इतना डूबकर//
एक नया दर्द दे दिया HY उसने ये पूछकर//
जाने क्या मुझसे ज़माना चाहता HY!
मेरा DIL❤️ तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता HY!
जाने क्या बात झलकती HY मेरे इस चेहरे से!
हर शख्स मुझे आज़माना चाहता HY!
निकाल दिया उसने हमें अपनी ज़िन्दगी से भीगे कागज़ की तरह//
ना लिखने के काबिल छोड़ा// ना जलने के//
बेखुदी ले गई कहाँ हमको//
देर से इंतज़ार HY अपना//
रोते फिरते HYं सारी-सारी रात//
अब यही बस रोज़गार HY अपना।
वो जिसकी याद मे हमने खर्च दी जिन्दगी अपनी//
वो शख्श आज मुझको गरीब कह के चला गया//
महफ़िल भी रोयेगी// महफ़िल में हर शख्स भी रोयेगा//
डूबी जो मेरी कश्ती तो चुपके से साहिल भी रोयेगा//
इतना प्यार बिखेर देंगे हम इस दुनिया में कि//
मेरी मौत पे मेरा क़ातिल भी रोयेगा।
बिखरी किताबें भीगे पलक और ये तन्हाई//
कहूँ कैसे कि मिला मुहब्बत में कुछ भी नहीं//
ज़ख़्म जब मेरे सीने के भर जाएँगे//
आँसू भी मोती बनकर बिखर जाएँगे//
ये मत पूछना किस किस ने धोखा दिया//
वरना कुछ अपनो के चेहरे उतर जाएँगे।
एक नफरत ही HY जिसे
दुनिया पल भर में समझ लेती HY
वरना मोहब्बत का तो
पता लगने में सालों निकल जाते HYं
आज तेरी याद हम सीने से लगा कर रोये//
तन्हाई मैं तुझे हम पास बुला कर रोये//
कई बार पुकारा इस DIL❤️ ने तुम्हें//
और हर बार तुम्हें ना पाकर हम रोये।
मत पूछ कि क्या रंग HY मेरा तेरे आगे
तू देख की क्या रंग HY तेरा मेरे आगे
हादसे इंसान के संग मसखरी करने लगे//
लफ्ज कागज पर उतर जादूगरी करने लगे//
कामयाबी जिसने पाई उनके घर बस गए//
जिनके DIL❤️ टूटे वो आशिक शायरी करने लगे।
चाह कर भी उनका हाल नहीं पूछ सकते डर HY कहीं कह ना दे कि ये हक्क तुम्हे किसने दिया
ज़ख्म जब मेरे सीने के भर जाएंगे//
आंसू भी मोती बन के बिखर जाएंगे//
ये मत पूछना किसने दर्द दिया//
वरना कुछ अपनों के सर झुक जाएंगे।
मुझे ढूंढने की कोशिश अब न किया कर
तूने रास्ता बदला तो मैंने मंज़िल बदल ली
वो देता HY दर्द बस हमी को//
क्या समझेगा वो इन आँखों की नमी को//
चाहने वालों की भीड़ से घिरा HY जो हर वक़्त//
वो महसूस क्या करेगा बस एक हमारी कमी को।
चल हो गया फैसला कुछ कहना ही नहीं ..
TU जी ले मेरे बगैर मुझे जीना ही नहीं
धरती के गम छुपाने के लिए गगन होता HY//
DIL❤️ के गम छुपाने के लिए बदन होता HY//
मर के भी छुपाने होंगे गम शायद//
इसलिए हर लाश पर कफ़न होता HY।
दो आँखो में..दो ही आँसू..
एक तेरे लिए// EK तेरी खातिर..
उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता HY//
जिसे चाहो वही अपने से दूर होता HY//
DIL❤️ टूटकर बिखरता HY इस कदर//
जैसे कोई कांच का खिलौना चूर-चूर होता HY!
छोङो ना यार// क्या रखा HY सुनने और सुनाने मेँ//
किसी ने कसर नहीँ छोङी DIL दुखाने मेँ.
.
वो नाराज़ HYं हमसे कि हम कुछ लिखते नहीं//
कहाँ से लाएं लफ्ज़ जब हमको मिलते नहीं//
दर्द की ज़ुबान होती तो बता देते शायद//
वो ज़ख्म कैसे दिखाए जो दिखते नहीं।
चलो माना TUMARI आदत HYं तडपाना//
मगर जरा सोचो अगर कोई मर गया तो
न जाने क्यों हमें आँसू बहाना नहीं आता!
न जाने क्यों हाल-ऐ-DIL❤️ बताना नहीं आता!
क्यों सब दोस्त बिछड़ गए हमसे!
शायद हमें ही साथ निभाना नहीं आता!
दुख तो अपने ही देते HYं वरना गैरों Ko
कैसे पता की हमें तकलीफ किस बात से होती HY
कोई समझता नहीं उसे इसका गम नहीं करता//
पर तेरे नजरंदाज करने पर हल्का सा मुस्कुरा देता HY//
उसकी हंसी में छुपे दर्द को महसूस तो कर//
वो तो हंस के यूँ ही खुद को सजा देता HY।
क़दर करलो उनकी जो तुमसे बिना मतलब की चाहत करते HYं
दुनिया में ख्याल रखने वाले कम और तकलीफ देने वाले ज़्यादा होते HY
मुझको ऐसा दर्द मिला जिसकी दवा नहीं//
फिर भी खुश हूँ मुझे उस से कोई गिला नहीं//
और कितने आंसू बहाऊँ उस के लिए//
जिसको खुदा ने मेरे नसीब में लिखा ही नहीं।
आदत नहीं HY किसी
को धोखा देने की
नहीं तो हमारे भी
नाम बेवफा में शामिल होता
DIL❤️ के टूटने से नही होती HY आवाज़!
आंसू के बहने का नही होता HY अंदाज़!
गम का कभी भी हो सकता HY आगाज़!
और दर्द के होने का तो बस होता HY एहसास!
कभी टूट KAR बिखरो तो मेरे पास आ जाना//
मुझे अपने जैसे लोग बहुत पसंद HYं
हमनें जब किया दर्द-ए-DIL❤️ बयां// तो शेर बन गया//
लोगों ने सुना तो वाह वाह किया// दर्द और बढ़ गया//
मोहब्बत की पाक रूह मेरे साँसों में HY//
ख़त लिखा जब गम कम करने के लिए तो गम और बढ़ गया।
हर किसी के नसीब में कहा लिखी होती हे चाहतें
कुछ लोग दुनिया में आते हे सिर्फ तन्हाइयों के लिए.
एक अजीब सा मंजर नज़र आता HY//
हर एक आँसूं समंदर नज़र आता HY//
कहाँ रखूं मैं शीशे सा DIL❤️ अपना//
हर किसी के हाथ मैं पत्थर नज़र आता HY।
मंजिले मुशिकले थी पर हम खोये नही थें.
दर्द था DIL❤️ मे पर रोये नही थे//
कोई नही आज हमारा जो हमसे पुछे
जाग रहे हो या किसी के लिये सोये नही
हम रूठे DIL❤️ों को मनाने में रह गए//
गैरों को अपना दर्द सुनाने में रह गए//
मंज़िल हमारी// हमारे करीब से गुज़र गयी//
हम दूसरों को रास्ता दिखाने में रह गए।
मंजिले मुशिकले थी पर हम खोये नही थें.
दर्द था DIL❤️ मे पर रोये नही थे//
कोई नही आज हमारा जो हमसे पुछे
जाग रहे हो या किसी के लिये सोये नही
इस बहते दर्द को मत रोको//
यह तो सज़ा HY किसी के इंतज़ार की//
लोग इन्हे आँसू कहे या दीवानगी//
पर यह तो निशानी HY किसी के प्यार की।
अब क्या बताये किसी को K ये क्या सजा HY//
इस बेनाम ख़ामोशी Ki क्या वजह HY
जिंदगी भर दर्द से जीते रहे//
दरिया पास था आंसुओं को पीते रहे//
कई बार सोचा कह दू हाल-ए-DIL❤️ उससे//
पर न जाने क्यूँ हम होंठो को सीते रहे।
एक “सफ़र” ऐसा भी होता HY दोस्तों ////
जिसमें “पैर” नहीं “DIL” थक जाता HY
हर ख़ुशी के पहलू हाथों से छूट गए//
अब तो खुद के साये भी हमसे रूठ गए//
हालात HYं अब ऐसे ज़िंदगी में हमारी//
प्यार की राहों में हम खुद ही टूट गए।
ज़्यादा कुछ नहीं बदला उसके और मेरे बीच//
पहले नफरत नहीं थी और अब प्यार नहीं HY//
दुनिया में किसी से कभी प्यार मत करना//
अपने अनमोल आँसू इस तरह बेकार मत करना//
कांटे तो फिर भी दामन थाम लेते HYं//
फूलों पर कभी इस तरह तुम ऐतबार मत करना।
ज़्यादा कुछ नहीं बदला उसके और मेरे बीच//
पहले नफरत नहीं थी और अब प्यार नहीं HY//
लगता नहीं HY DIL❤️ मेरा उजड़े दयार में//
किसकी बनी HY आलम-ए-ना पैदार में//
कह दो इन हसरतों से कहीं और जा बसें//
इतनी जगह कहाँ HY DIL❤️-ए-दागदार में।
जादू HY उसकी हर एक बात मे//
याद बहुत आती HY दिन और रात मे//
कल जब देखा था मैने सपना रात मे//
तब भी उसका ही हाथ था मेरे हाथ में
सबने कहा इश्क़ दर्द HY//
हमने कहा यह दर्द भी क़बूल HY//
सबने कहा इस दर्द के साथ जी नहीं पाओगे//
हमने कहा इस दर्द के साथ मरना भी क़बूल HY।
तकलीफ ये नही K किस्मत ने मुझे धोखा दिया//
मेरा यकीन तुम पर था किस्मत पर नही
वक़्त नूर को बेनूर बना देता HY!
छोटे से जख्म को नासूर बना देता HY!
कौन चाहता HY अपनों से दूर रहना
पर वक़्त सबको मजबूर बना देता HY!
जो बीत गया सो बीत गया…आने वाला सुनहरा कल HY वो…..मैं कैसे भुला दूँ DIL❤️ से उसे… मेरी हर मुश्किल का हल HY वो
शहर क्या देखें// के हर मंज़र में जाले पड़ गए//
ऐसी गर्मी HY// कि पीले फूल काले पड़ गए//
मैं अँधेरों से बचा लाया था अपने आप को//
मेरा दुख ये HY// मेरे पीछे उजाले पड़ गए।
रोज़ एक नई तकलीफ..रोज़ एक नया गम
ना जाने कब ऐलान होगा K मर गए हम
दोस्ती जब किसी से की जाये तो दुश्मनों की भी राय ली जाये//
मौत का ज़हर HY फिज़ाओं में अब कहाँ जा कर सांस ली जाये//
बस इसी सोच में हूँ डूबा हुआ कि ये नदी कैसे पार की जाये//
मेरे माज़ी के ज़ख़्म भरने लगे HYं आज फिर कोई भूल की जाये।
जादू HY उसकी हर एक बात मे//
याद बहुत आती HY दिन और रात मे//
कल जब देखा था मैने सपना रात मे//
तब भी उसका ही हाथ था मेरे हाथ मे…
मेरे DIL❤️ में न आओ वरना डूब जाओगे//
ग़म-ए-अश्कों के सिवा कुछ भी नहीं अंदर//
अगर एक बार रिसने लगा जो पानी//
तो कम पड़ जायेगा भरने के लिए समंदर।
खुद Ko माफ़ नहीं कर पाओगे//
जिस दिन जिंदगी में हमारी कमी पाओगे..
दर्द से दोस्ती हो गई यारों//
जिंदगी बे दर्द हो गई यारों//
क्या हुआ जो जल गया आशियाना हमारा//
दूर तक रोशनी तो हो गई यारो।
किसी ने क्या खूब कहा HY
अगर जिंदगी प्यारी HY
तो किसी से मोहब्बत नही करना ।
उल्फत का यह दस्तूर होता HY//
जिसे चाहो वही हमसे दूर होता HY//
DIL❤️ टूट कर बिखरता HY इस क़द्र जैसे//
कांच का खिलौना गिरके चूर-चूर होता HY!
बारिश K बाद तार पर टंगी आख़री बूंद से पूछना//
क्या होता HY अकेलापन
न वो सपना देखो जो टूट जाये//
न वो हाथ थामो जो छूट जाये//
मत आने दो किसी को करीब इतना//
कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये।
तुम्हारी हर बात बेवफाई की कहानी HY//
लेकिन तेरी हर एक साँस मेरी ज़िन्दगी की निशानी HY //
तुम आज तक समझ नहीं पाई मेरे इस प्यार को //
मेरे आँसू भी तुम्हारे लिए सिर्फ पानी HY
गुलाब तो टूट कर बिखर जाता HY//
पर खुशबु हवा में बरकरार रहती HY//
जाने वाले तो छोड़ के चले जाते HYं//
पर एहसास तो DIL❤️ों में बरकरार रहते HYं।
लगा दिया दाग तो दाग को धोना कैसा//
जो अपना था ही नहीं उसके लिए रोना कैसा
इस DIL❤️ की दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती HY//
बड़ी मुस्किल से इसे ख़ुशी नसीब होती HY//
किसी के पास आने पर ख़ुशी हो न हो//
पर दूर जाने पर बड़ी तकलीफ होती HY!
तनहा रहना तो सीख लिया हमने //
पर खुश ना कभी रह पाएंगे //
तेरी दूरी तो फिर भी सह लेता HY ये DIL❤️ //
पर तेरी मोहब्बत के बिना ना जी पाएंगे।
समझौतों की भीड़-भाड़ में सबसे रिश्ता टूट गया//
इतने घुटने टेके हमने आख़िर घुटना टूट गया//
ये मंज़र भी देखे हमने इस दुनिया के मेले में//
टूटा-फूटा बचा रहा HY// अच्छा ख़ासा टूट गया।
कोई भी रिश्ता अधूरा नहीं होता//
बस निभाने की चाहत दोनों तरफ होनी चाहिए।
लौट जाती HY दुनिया गम हमारा देख कर//
जैसे लौट जाती HYं लहरें किनारा देखकर//
तुम कंधा ना देना मेरे जनाज़े को//
कहीं फिर से ज़िंदा ना हो जाऊँ तेरा सहारा देखकर।
यूहीं किसी की याद मे रोना फ़िज़ूल HY//
इतने अनमोल आँसू खोना फ़िज़ूल HY//
रोना HY तो उनके लिये जो हम पे निसार HY//
उनके लिये क्या रोना जिनके आशिक़ हज़ार HY..!
कभी दूर जा के रोये कभी पास आके रोये//
हमें रुलाने वाले हमें रुला के रोये//
मरने को तो मरते HYं सभी यारों//
पर मरने का तो मजा ही तब HY//
जो दुश्मन भी जनाजे पे आ के रोये।
कोई भी रिश्ता अधूरा नहीं होता//
बस निभाने की चाहत दोनों तरफ होनी चाहिए।
आज ये तन्हाई का एहसास कुछ ज्यादा HY//
तेरे संग ना होना का मलाल कुछ ज्यादा HY//
फिर भी काट रहे HYं जिए जाने की सज़ा यही सोचकर//
शायद इस ज़िंदगानी में मेरे गुनाह कुछ ज्यादा HYं।
आखिरी बार तेरे प्यार को सजदा कर लूँ //
लौट कर फिर तेरी महफ़िल में ना आएंगे //
अपनी बर्बाद मोहब्बत का जनाज़ा लेकर //
तेरी दुनिया से बहुत दूर चले जायेंगे।
शेर के पर्दे में मैं ने ग़म सुनाया HY बहुत// मर्सिये ने DIL❤️ को मेरे भी रुलाया HY बहुत//
दी-ओ-कोहसर में रोता हूँ दहाड़े मार-मार// DIL❤️बरान-ए-शहर ने मुझ को सताया HY बहुत//
नहीं होता किसी से DIL❤️ गिरिफ़्ता इश्क़ का//ज़ाहिरा ग़मगीं उसे रहना ख़ुश आया HY बहुत!
आप हँसो तो ख़ुशी मुझे होती HY //
आप रूठो आँखे मेरी रोती HY //
आप दूर जाओ बेचैनी होती HY //
महसूस करके देखो प्यार में ज़िन्दगी कैसी होती HY
खून बन कर मुनासिब नहीं DIL❤️ बहे//
DIL❤️ नहीं मानता कौन DIL❤️ से कहे//
तेरी दुनिया में आये बहुत दिन रहे//
सुख ये पाया कि हमने बहुत दुःख सहे।
बिन बात के ही रूठने की आदत HY//
किसी अपने का साथ पाने की चाहत HY//
आप खुश रहें// मेरा क्या HY//
मैं तो आइना हूँ// मुझे तो टूटने की आदत HY।
दर्द दे गए सितम भी दे गए//
ज़ख़्म के साथ वो मरहम भी दे गए//
दो लफ़्ज़ों से कर गए अपना मन हल्का//
और हमें कभी ना रोने की कसम दे गए।
मेरा ख़याल ज़ेहन से मिटा भी न सकोगे//
एक बार जो तुम मेरे गम से मिलोगे//
तो सारी उम्र मुस्करा न सकोगे।
उल्फत में अक्सर ऐसा होता HY//
आँखे हंसती HYं और DIL❤️ रोता HY//
मानते हो तुम जिसे मंजिल अपनी//
हमसफर उनका कोई और होता HY!
अब किस से कहें और कौन सुने जो हाल तुम्हारे बाद हुआ//
इस DIL❤️ की झील सी आँखों में एक ख़्वाब बहुत बर्बाद हुआ//
यह हिज्र-हवा भी दुश्मन HY उस नाम के सारे रंगों की//
वो नाम जो मेरे होंठों पर खुशबू की तरह आबाद हुआ।
वो बड़े ताज्जुब से पूछ बैठा मेरे गम की वजह//
फिर हल्का सा मुस्कराया// और कहा// मोहब्बत की थी ना//
खुश रहे तू HY जहाँ// ले जा दुआएं मेरी//
तेरी राहों से जुदा हो गयी HYं राहें मेरी//
कुछ नहीं पास मेरे अब खाली हाथ HYं//
किसी और की नहीं सब खतायें HYं मेरी।
तेरी नियत नहीं थी साथ चलने की//
वरना साथ निभाने वाले रास्ता देखा नहीं करते//
बिछड़ के तुम से ज़िंदगी सज़ा लगती HY//
यह साँस भी जैसे मुझ से ख़फ़ा लगती HY//
तड़प उठता हूँ दर्द के मारे// ज़ख्मों को जब तेरे शहर की हवा लगती HY//
अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किस से करूँ//
मुझ को तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफ़ा लगती HY।
तुझे खोने के डर से शायद हम मर जायँगे//
तुम याद करोगे फिर मुझे लेकिन हम वापस नही आएंगे//
धड़कन बिना DIL❤️ का मतलब ही क्या//
रौशनी के बिना दिये का मतलब ही क्या//
क्यों कहते HYं लोग कि मोहब्बत न कर दर्द मिलता HY//
वो क्या जाने कि दर्द बिना मोहब्बत का मतलब ही क्या।
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