Tiktok Shayari-
आज देश में टिकटोक बहुत ही femous हो चूका है। आज अभी लोग Hindi Shayari को tiktok पर बोल कर कमाई कर रहे है आज हम कुछ Tiktok ki femous shayari यंहा पढेंगे।
वफ़ा करने से-मुकर गया Hy ❤️DiL❤️||
अब ##प्यार करने से&डर गया Hy ❤️DiL❤️||
अब किसी सहारे की बात मत करना||
झूठे ❤️DiL❤️ासों से भर गया Hy अब यह ❤️DiL❤️।
©️ बदनाम लेखनी
आँखों में ₹आँसुओं की लकीर बन गयी||
जैसी चाही थी वैसी ही तकदीर बन गयी||
हमने तो चलाई थीं रेत में 'उँगलियाँ||
गौर से देखा तो आपकी तस्वीर बन गयी।
©️ बदनाम लेखनी
उल्फत का अक्सर •यही दस्तूर होता Hy||
जिसे चाहो वही •अपने से दूर होता Hy||
❤️DiL❤️ टूटकर 💔 बिखरता Hy इस कदर||
जैसे कोई कांच का ¢खिलौना चूर चूर होता Hy||
©️ बदनाम लेखनी
वो छोड़ •के गए हमें||
न जाने उनकी क्या मजबूरी थी||
खुदा ने कहा इसमें उनका कोई कसूर नहीं||
ये $कहानी तो मैंने लिखी ही अधूरी थी।
©️ बदनाम लेखनी
मुझको रुला कर ❤️DiL❤️ उसका रोया तो होगा||
उसकी $आँखों में भी आँसू आया तो होगा||
अगर न किया कुछ भी €हासिल हमने ##प्यार में||
कुछ न कुछ उसने भी £खोया तो होगा।
©️ बदनाम लेखनी
हर ~सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने||
तेरी खातिर हर दिन `आँसू बहाये हमने||
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला||
बस तेरे दिए ^ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने.
©️ बदनाम लेखनी
जानकार भी ¶तुम मुझे जान ना पाए||
आजतक तुम मुझे पहचान ना पाए||
खुद ही की Hy बेवाफाई तुमने||
ताकि तुम पर °इल्ज़ाम ना आए||
©️ बदनाम लेखनी
अब तो तेरे लिये `हम अजनबी हो गये||
बातों के सिलसिले भी कम हो गये||
खुशियो से ¢ज्यादा गम हो गये||
क्या पता ये वक्त बुरा हे या बुरे हम हो गये..||
©️ बदनाम लेखनी
आज फिर ए तन्हाई लग जा गले||
के तुझसे ¢लिपट के रोने 😢 का बहुत ❤️DiL❤️ Hy||
एक तू ही तो Hy हमसाया जिंदगी का मेरी..||
वरना यहां तो हर रिश्ता|| मेरी रूह का कातिल Hy||||
©️ बदनाम लेखनी
दुनियाँ को इसका €चेहरा दिखाना पड़ा मुझे||
पर्दा जो दरमियां था €हटाना पड़ा मुझे||
रुसवाईयों के खौफ से महफिल में आज||
फिर इस बेवफ़ा 💔 से €हाथ मिलाना पड़ा मुझे।
©️ बदनाम लेखनी
कहाँ से लाऊ हुनर उसे मनाने का||
कोई जवाब नहीं था ©उसके रूठ जाने का||
मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी||
क्यूंकी ®जुर्म मैंने किया था उससे ❤️DiL❤️ लगाने का।
©️ बदनाम लेखनी
कदम यूँ ही डगमगा™ गए रास्ते में||
वैसे संभालना हम भी जानते थे||
ठोकर भी लगी' तो उसी पत्थर से||
जिसे हम अपना मानते थे।
©️ बदनाम लेखनी
आसुओ को पलकों में लाया™ न कीजिये||
❤️DiL❤️ की बात हर किसी को बताया न कीजिये||
मुट्ठी में नमक लेकर गुमते Hy लोग||
अपने ज़ख़्म® हर किसी को दिखाया न कीजिये..||
©️ बदनाम लेखनी
जो लोग एक तरफा ##प्यार💗 करते Hy||
अपनी ज़िन्दगी∆ को खुद बर्बाद करते Hy ||
नहीं मिलता बिना नसीब के कुछ भी||
फिर भी लोग खुद पर अत्याचार करते Hy 😢 😢
©️ बदनाम लेखनी
हर पल कुछ सोचते रहने की∆ आदत गयी Hy||
हर आहट पे च चौंक जाने की आदत हो गयी Hy||
तेरे इश्क़ में ऐ बेवफ़ा 💔|| हिज्र की रातों के संग||
हमको भी जागते रहने की √आदत हो गयी Hy।
©️ बदनाम लेखनी
जाने क्या मुझसे ज़माना °चाहता Hy||
मेरा ❤️DiL❤️ तोड़कर मुझे ही हसाना चाहता Hy||
जाने क्या बात ^झलकती Hy मेरे इस चेहरे से||
हर शख्स मुझे आज़माना चाहता Hy..||
©️ बदनाम लेखनी
अजीब था उनका `अलविदा कहना||
सुना कुछ नहीं और कहा भी कुछ नहीं||
बर्बाद हुवे उनकी €मोहब्बत में||
की £लुटा कुछ नहीं और बचा भी कुछ नहीँ||
©️ बदनाम लेखनी
जानते थे कि नहीं हो सकते कभी तुम ÷हमारे||
फिर भी खुदा से तुम्हें $माँगने की आदत हो गयी||
पैमाने वफ़ा क्या Hy|| हमें क्या मालूम||
कि बेवफ़ा 💔ओं से ❤️DiL❤️ लगाने की आदत हो गयी।
©️ बदनाम लेखनी
ग़म नहीं ये कि $क़सम अपनी भुलाई तुमने||
ग़म तो ये Hy कि #रकीबों से निभाई तुमने||
कोई रंजिश थी अगर तुमको तो मुझसे कहते||
बात आपस की थी #क्यूँ सब को बताई तुमने..||
©️ बदनाम लेखनी
❤️DiL❤️ के @सागर में लहरें उठाया ना करो||
ख्वाब बनकर *नींद चुराया ना करो||
बहुत चोट लगती Hy मेरे ❤️DiL❤️ को💔 ||
तुम ख्वाबो में आकर युँ तडपाया ना करो.
©️ बदनाम लेखनी
किसी के ❤️DiL❤️ में बसना कुछ बुरा तो नही||
किसी को ❤️DiL❤️ में बसाना कोई खता तो नही||
गुनाह हो यह ₹ज़माने की नजर में तो क्या||
यह #ज़माने वाले कोई खुदा तो नही||
©️ बदनाम लेखनी
जिनकी @आंखें "आंसू" से नम नहीं||
क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं||
तुम तड़प कर #रो दिये तो क्या हुआ||
गम छुपा के #हंसने वाले भी कम नहीं..||
©️ बदनाम लेखनी
Tiktok New Shayari -
आज Tiktok पर बहुत सी प्रकार की हिंदी शायरी ट्रेंड में है जिनमे से कुछ जैसे Attitude Shayari, Sad sayari, best friend shayari femos shayari है ।
❤️DiL❤️ से खेलना हमे आता नहीं||
इसलिये इश्क की #बाजी हम हार गए||
शायद मेरी ०जिन्दगी से बहुत ##प्यार था उन्हें||
इसलिये मुझे™ जिंदा ही मार गए||
©️ बदनाम लेखनी
हम रूठे तो किसके भरोसे|| कौन आएगा हमें मनाने के लिए||
हो सकता Hy|| तरस आ भी जाए आपको||
पर ❤️DiL❤️ कहाँ से लाये|| आप से रूठ जाने के लिए||
©️ बदनाम लेखनी
रूठी जो °ज़िन्दगी तो मना लेंगे हम||
मिले जो गम वो $सह लेंगे हम||
बस आप रहना€ हमेशा साथ हमारे तो||
निकलते हुए आंसुओं में भी मुस्कुरा लेंगे हम||
©️ बदनाम लेखनी
मेरी वफा के क़ाबिल नही हो तुम||
##प्यार मिले ऐसे$ इन्सान नही हो तुम||
❤️DiL❤️ क्या तुम पर ऐतबार करेगा||
##प्यार मे धोखा दिया ®ऐसे बेवफ़ा 💔 हो तुम.
©️ बदनाम लेखनी
इश्क का जिसको® ख्वाब आ जाता Hy||
समझो उसका वक़्त खराब आ जाता Hy||
महबूब आये या न आये||
पर तारे गिनने का तो ™हिसाब आ ही जाता Hy||
©️ बदनाम लेखनी
मोहब्बत ने हर गम सहना सीखा दिया||
मुस्कुराती |आँखों को बहना सीखा दिया||
अक्सर महफ़िलों में गूँजती थी आवाज़ हुमारी||
ये ##प्यार Hy जिसने हूमें चुप रहना सीखा दिया..||
©️ बदनाम लेखनी
हमको #खबर भी होने नही दी ।
किस मोड़ पर लाकर ❤️DiL❤️ तुने तोड़ा ।
@अपना बनाना रहा दूर तुने ।
औरो के हो जाए ||@ऐसा ना छोड़ा ।
©️ बदनाम लेखनी